ये नाटक देश की राजनैतिक हालात पर आधारित है . इस नाटक में हमने काल्पनिक राज्य हस्तिनापुर का सहारा लिया है ताकि हमारा व्यंग्य किसी राज्य विशेष को बुरा न लगे ; न ही हमने किसी राजनैतिक दल या नेता को यहाँ घसीटने की कोशिश की है . इसलिए हमारी ये सलाह है की कोई भी दल या व्यक्ति इसे दलगत या व्यक्तिगत कटाक्ष न समझे . फिर भी कोई समझता है तो समझता रहे, हमारी क्या भैंस खोल लेगा ?
हस्तिनापुर की विधान सभा के चुनाव नजदीक आ रहें हैं . सभी छोटी बड़ी पार्टियाँ अपने अपने प्रचार में लगी हैं . सबके अपने अपने एजेंडा पेश हो रहे हैं . लेकिन जो नजर आता है वही सिर्फ राजनीती नहीं है . दरअसल राजनीती वो है जो नजर ही नहीं आती .
link to hindi play Badi Haveli
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